Friday, February 26, 2010

एक साथ था वो भी........

चल दिए थे राहों पे देने साथ एक दूजे का
किये वादें, खायी कसमे कई, बाटां था हर सुख दुःख आपना
थे अजनबी थे अनजान एक दूजे क लिए
लेकिन जब मिले तो गहरा हो गया था रिश्ता
मिलते थे यूँ क जैसे मिले हो न बरसो तलक
खो जाते थे एक दूजे मई भुला क सब कुछ
हस्ते थे छोटी छोटी बातों पे
एक दूजे मे ही खो जाते थे
थे दिन वो बड़े हसीं
जो पल एक दूजे क संग काटें थे

Missing that days a lot

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